विकास से जुड़े मॉडलों के कायल हुए विज्ञानी,किया सम्मानित
पंतनगर। भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआइयू) एवं पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में गांधी हाल में आयोजित नॉर्थ जोन अन्वेषण 2025 का समापन हो गया। पर्यावरणविद् जुगलन विनोद प्रसाद ने छात्रों की विविध भागीदारी की सराहना करते हुए अंतर्विषयक शोध को प्रोत्साहित किया। नवाचार तब उभरता है, जब छात्र नए प्रश्न पूछने के लिए प्रेरित होते हैं। अन्वेषण जैसे आयोजन जिज्ञासा को बढ़ाते हैं और युवा शोधकर्ताओं को उत्कृष्टता की दिशा में प्रेरित करते हैं। पंत विवि केकुलपति प्रोफेसर (डा.) मनमोहन सिंह चौहान ने शोध और नवाचार के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अन्वेषण युवाओं को खोज, नवाचार और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए एक गतिशील मंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि देश के युवा वैज्ञानिक शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहे हैं, जिससे 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को मजबूती मिलती है।पूर्व कुलपति डा. ओपीएस नेगी ने रचनात्मकता और मौलिकता को बढ़ावा देने में विश्वविद्यालयों की भूमिका पर ज़ोर दिया। एआइयू के संयुक्त निदेशक (शोध) डा. अमरेन्द्र पाणि ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ देते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन, अधिकारियों और वैज्ञानिकों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। टर्निटिन सॉफ्टवेयर पर चेताली शर्मा द्वारा एक विशेष व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। जिसमें शैक्षणिक ईमानदारी, साहित्यिक चोरी की पहचान तथा डिजिटल उपकरणों के माध्यम से शोध गुणवत्ता में सुधार पर विस्तृत जानकारी दी गई। इसके साथ ही टर्निटिन पर एक अवधारणात्मक प्रस्तुति तथा ‘अन्वेषण 2025’ की प्रमुख गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर आधारित रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। समारोह का मुख्य आकर्षण ‘स्कॉलरी रिसर्च बुक’ का विमोचन रहा। जिसमें सम्मेलन के दौरान किए गए शैक्षणिक योगदान संकलित हैं।विभिन्न थीमों के समन्वयकों कृषि विज्ञान एवं संबद्ध विषयों के डा. सुभाष चन्द्र, सोशल साइंस, ह्यूमिनिटीज, बिजनेस मैनेजमेंट एवं लॉ की डा. अल्का गोयल, इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च के डा. लोकेश वार्ष्णेय, इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी के डा. एस.एस. गुप्ता, हेल्थ साइंस एंड एलाइड साइंस के डा. ए.एच. अहमद तथा बेसिक साइंस के डा. आरसी श्रीवास्तव ने अपनी-अपनी थीम की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। सम्मेलन में प्रस्तुत उत्कृष्ट शोध कार्यों के लिए विभिन्न श्रेणियों में विजेताओं को सम्मानित किया गया। कृषि विज्ञान एवं संबद्ध विषयों की थीम में प्रथम स्थान लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, द्वितीय स्थान बैनेट यूनिवर्सिटी एवं दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, तथा तृतीय स्थान शारदा यूनिवर्सिटी को मिला। बेसिक साइंस थीम में प्रथम स्थान लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, द्वितीय गुरु गोविंद सिंह त्रिसेंटेनरी यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम तथा तृतीय बैनेट यूनिवर्सिटी को प्राप्त हुआ। इंजीनियरिंग एवं टेक्नोलॉजी थीम में प्रथम स्थान स्वामी विवेकानन्द सब्भारती यूनिवर्सिटी, मेरठ, द्वितीय पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय, तथा तृतीय एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा को मिला। हेल्थ साइंस एंड एलाइड साइंस में प्रथम स्थान गुरु काशी यूनिवर्सिटी, द्वितीय गुरु गोविंद सिंह त्रिसेंटेनरी यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम और तृतीय पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय को प्राप्त हुआ। इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च में प्रथम स्थान एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा, द्वितीय इंटीग्रल यूनिवर्सिटी तथा तृतीय दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट को मिला। सोशल साइंस, ह्यूमिनिटीज, बिजनेस मैनेजमेंट एवं लॉ में प्रथम स्थान शारदा यूनिवर्सिटी, द्वितीय ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी और तृतीय पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय ने प्राप्त किया।समारोह के अंत में डा. आर.एस. जादौन ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया तथा कुलपति प्रोफेसर (डा.) मनमोहन सिंह चौहान ने सम्मेलन के समापन की घोषणा की।




