अमेरिकन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन ने बताए चिया सीड्स के स्वास्थ्यबर्धक गुण, जानिए कैसे होगी सेहत बेहतर

मैरीलैंड (अमेरिका)। बेथेस्डा, मैरीलैंड स्थित अमेरिकन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन का कहना है कि चिया सीड्स का वानस्पतिक नाम साल्विया हिस्पानिका है। ये सीड्स दिखने में छोटे होते हैं, लेकिन पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनमें फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। दिल की सेहत के लिए चिया सीड्स का सेवन खासतौर से फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड्स खून में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है और दिल की धड़कन सामान्य बनी रहती है। यह उन लोगों के लिए ज्यादा जरूरी है, जो हाई ब्लड प्रेशर या हृदय रोग की दवाएं ले रहे हैं। इसके अलावा, यह ब्लड क्लॉटिंग को भी रोकता है, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसे खतरे कम हो सकते हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका की संघीय सरकार द्वारा संचालित यूनाइटेड स्टेट्स नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन, दुनिया की सबसे बड़ी मेडिकल लाइब्रेरी है। बेथेस्डा, मैरीलैंड में स्थित, एनएलएम राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अंतर्गत एक संस्थान है। चिया सीड्स को हिंदी में चिया या चिया बीज कहते हैं। चिया का पौधा भारतीय मूल का नहीं है, इसलिए इसका कोई विशेष हिंदी नाम नहीं है।
बताया जाता है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए भी चिया सीड्स किसी वरदान से कम नहीं हैं। इसमें मौजूद फाइबर शरीर में शुगर के अवशोषण की प्रक्रिया को धीमा करता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल स्थिर बना रहता है। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को भी कम करता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को घटाया जा सकता है। पाचन तंत्र की समस्याएं, जैसे कब्ज, गैस और अपच, भी आजकल आम होती जा रही हैं। चिया सीड्स इसमें भी बेहद मददगार हैं। जब इन सीड्स को पानी में भिगोया जाता है, तो ये जेल जैसा रूप ले लेते हैं। यह जेल आंतों की सफाई करता है। इससे कब्ज की परेशानी दूर होती है और पाचन क्रिया बेहतर बनती है।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की बात करें तो चिया सीड्स में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं। ये फ्री रेडिकल्स ही कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं। खासतौर पर इनमें पाए जाने वाले क्वेरसेटिन, क्लोरोजेनिक एसिड और केम्पफेरोल जैसे तत्व शरीर की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं और सूजन को कम करते हैं। कुछ स्टडीज में यह भी देखा गया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड्स ट्यूमर की ग्रोथ को धीमा कर सकते हैं और कैंसर से पीड़ित मरीजों में वजन घटने की समस्या को भी कम कर सकते हैं। चिया सीड्स को दही, दूध, जूस या पानी में भिगोकर खाया जा सकता है। इसे सलाद या ओट्स में भी मिलाया जा सकता है। ध्यान रहे कि सूखे चिया सीड्स को ज्यादा मात्रा में एक साथ न खाएं, क्योंकि ये पेट में जाकर फूल जाते हैं, जिससे दिक्कत हो सकती है। आमतौर पर इसके लड्डू व्रत, त्यौहारों में इस्तेमाल किए जाते हैं। 4-6 लड्डू खाने के बाद पानी पीने पर कुछ देर में पेट भरा-भरा सा लगने लगता है।