भोपाल में बर्ड फ्लू की हुई पुष्टि तो पंत विवि के कुक्कुट नगला फॉर्म में लगा ताला

पंतनगर : हरित क्रांति का श्रेय लेने वाले पंत विवि के शैक्षणिक कुक्कुट फार्म नगला में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई तो फार्म में ताला लगा दिया गया। जो मुर्गियां बची थीं, उन्हें वैज्ञानिक तरीके से मारकर दफन कर दिया गया।
गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के शैक्षणिक कुक्कुट फार्म नगला में मुर्गियों को पालने के साथ शोध भी होता है। 14 अगस्त को अचानक डेढ सौ मुर्गियां मरी तो मृत मुर्गियों के नमूने जांच के लिए इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट बरेली भेजे गए थे। रिपोर्ट में एच-5 एन1 यानी एवियन इन्फ लूएंजा वायरस निगेटिव आई थी। हालांकि रिपोर्ट आने तक और मुर्गियां मर गई थीं। इससे विवि प्रशासन की चिंता बढ़ गई। मृत मुर्गियों के नमूने जांच के लिए वेटनरी कॉलेज भोपाल भेजे गए तो जांच में बर्ड फ्लू संक्रमण की पुष्टि हुई। इससे विवि में हड़कंप मच गया और आनन फानन एक सितंबर को चीफ वेटनरी अधिकारी डा. आशुतोष जोशी के नेतृत्व में टीम ने फार्म में बचीं 5432 मुर्गियों को वैज्ञानिक पद्धति से मारकर दफना दिया। साथ एहतियातन कुक्कुट फार्म को अस्थाई के लिए बंद कर दिया गया। फार्म बंद होने से शोध प्रभावित हो सकता है।
फॉर्म शुरू करने में जुटी टीम
पंतनगर : कुक्कुट फार्म को कैसे पुनः शुरू किया जाए, इसके लिए वेटनरी के डॉक्टर्स की टीम जुट गई है। फार्म में दवाओं का छिड़काव और बर्ड फ्लू की रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं।संक्रमण को समाप्त करने के साथ ही मुर्गियों के बच्चों को भी दवायुक्त दाना तैयार किया जाएगा।
चीफ वेटरनरी आफिसर यूएस नगर डॉक्टर आशुतोष जोशी ने बताया कि बर्ड फ्लू से बचाव के लिए विभाग सक्रिय है।भोपाल भेजे गए नमूनों के बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। इसके बाद फार्म में 5432 मुर्गियों को मारकर दफना दिया गया है।