नेपाल में उथल पुथल हुआ तो चिकन्स चेक को हो सकता खतरा

रुद्रपुर:नेपाल में जिस तरह बवाल हुआ, सरकारी भवनों और राजनीतिक दफ्तरों को निशाना बनाया गया है।ऐसे में भारत के चिकन्स चेक कोरिडोर को खतरा हो सकता है। हालांकि नेपाल सेना ने मोर्चा संभाल लिया हैं।
श्रीलंका, बांग्लादेश के बाद नेपाल में तोड़फोड़ और बवाल हुआ।पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी को जलाकर मार डालना जैसी घटनाओं को अंजाम दिया गया है। यह भारत के लिए चिंता का विषय है। क्योंकि नेपाल से भारत की सीमा लगी है।उत्तराखंड का भी बॉर्डर लगा है।नेपाल और बांग्लादेश के बीच करीब 22 किलोमीटर चौड़ा क्षेत्र भारत से लगा है। यह क्षेत्र बिहार और पश्चिम बंगाल का कुछ हिस्सा शामिल है।जिसे चिकन्स नेक कोरिडोर कहा जाता है।यह कॉरिडोर का अहम मार्ग है।पिछले माह असम के मुख्यमंत्री ने कहा था कि बांग्लादेश के उपद्रवियों से चिकन्स नेक कोरिडोर को कमजोर करने का खतरा है।मार्च में चीन में बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस ने चिकन्स नेक का जिक्र किया था। नेपाल में रह रहे भारतीयों की भी चिंता भारत सरकार को होगी। नेपाल से छुड़ाए गए कैदी बार्डर पर सकते हैं।हालांकि नेपाल की सीमा पर सेना सतर्क है।राजनीति जानकारों ने उत्तर प्रदेश की सपा के एक नेता के इस बयान पर आपत्ति जताई कि आज नेपाल में है तो कल भारत का नंबर आ सकता है। कहा कि इस तरह के बयान नहीं होने चाहिए। देश की सुरक्षा,संप्रभुता अक्षुण्य होना जरूरी है। रिटायर्ड कर्नल प्रमोद शर्मा का कहना था कि सुनने में आ रहा है कि जेल से उपद्रवियों ने कैदियों को छुड़ा दिया है,जो बार्डर की ओर रुक कर सकते हैं।हालांकि वहां की सेना सतर्क है।श्रीलंका, बांग्लादेश में जिस तरह सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हुआ था,उसी तरह नेपाल में हुआ है। कुछ लोगों का कहना था कि नेपाल में बवाल कराने में अमेरिका का हाथ हो सकता है। भारत में माहौल पर खुफिया विभाग को नजर रखने की जरूरत है। साथ भारत को सतर्क रहना चाहिए।
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