बच्चे किताबी ज्ञान संग किससे और जुड़ें
चम्पावत। जिलाधिकारी मनीष कुमार ने प्रधानमंत्री श्री जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी) के शैक्षिक, प्रशासनिक एवं विकास कार्यों की समीक्षा के लिए वर्ष 2025 के लिए विद्यालय प्रबंधन समिति, विद्यालय सलाहकार समिति एवं जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति की समीक्षा की।इस दौरान उन्होंने गुरुवार को जिला कार्यालय सभागार में बैठक में विद्यालय के शैक्षणिक मानकों को और बेहतर बनाने, आधारभूत संरचना के विकास तथा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास से संबंधित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की।
प्रधानाचार्य कमल तिवारी ने बताया कि वर्तमान में जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 से 12 तक कुल 500 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।जिलाधिकारी मनीष कुमार ने सभी विषयों के परिणामों में और सुधार लाने के निर्देश दिए। विशेष रूप से गणित विषय के परिणामों को और बेहतर करने पर बल दिया। उन्होंने शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, छात्रों के व्यक्तिगत मार्गदर्शन और व्यवहारिक शिक्षा पर विशेष ध्यान देने को कहा। बच्चों को केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित न रखकर उन्हें वास्तविक जीवन से जोड़ना आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिए कि विद्यार्थियों को कृषि, बागवानी, मशीनों के संचालन, तथा दैनिक क्रियाकलापों जैसे बिजली बिल जमा करना, बैंकिंग कार्य, सरकारी कार्यालयों की कार्यप्रणाली आदि का हैंड्स ऑन ट्रेनिंग दिया जाए ।जिससे वे व्यवहारिक अनुभव प्राप्त कर सकें। साथ ही विद्यार्थियों को नशामुक्त जीवन के प्रति जागरूक करने पर विशेष बल दिया।जिलाधिकारी ने विद्यालय में कूड़ा निस्तारण व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश प्रधानाचार्य एवं एएमए.जिला पंचायत को दिए।सभी छात्रों के बैंक खाते खुलवाकर बचत की आदत विकसित करने और बच्चों की पर्सनल ग्रूमिंग पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए।बैठक में बताया गया कि सितंबर 2024 में जवाहर नवोदय विद्यालय, चम्पावत को ग्रीन रेटिंग फॉर इंटीग्रेटेड हैबिटेट एसेसमेंट द्वारा प्रमाणित किया गया, जिससे यह जनपद का प्रथम विद्यालय बना।



