दरी पर बैठ चंपावत के डीएम ने सुनीं समस्याएं,
चंपावत:मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों में जनसमस्याओं के त्वरित समाधान एवं विभिन्न योजनाओं का लाभ सीधे लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम-II के तहत गुरुवार को प्राथमिक विद्यालय तरकुली में बहुउद्देशीय सेवा शिविर लगाया गया।
शिविर में जब ग्रामीणों के साथ दरी पर बैठकर डीएम मनीष कुमार ने नम्रतापूर्वक ध्यान से लोगों की समस्याएं सुनीं तो हर ग्रामीण बेहद खुश दिखा। यहीं नहीं, डीएम के व्यवहार और उनकी कार्यशैली से हर कोई उनके कायल दिखे। हालांकि जिलाधिकारी ने शिकायतों का त्वरित निस्तारण भी किया। शिविर में विद्यालय तरकुली में अतिरिक्त कक्ष की मरम्मत, सिद्ध बाबा मंदिर का सुंदरीकरण, स्कूल की चारदीवारी, कंप्यूटर की मांग, पेयजल योजना, सड़क संपर्क, राशन कार्ड सुधार, कृषि एवं मोटर मार्गों के डामरीकरण आदि मांग की गई। इस पर जिलाधिकारी ने कहा कि तरकुली के लोगों के प्रति उनका विशेष लगाव है, उनके गनर आशीष सिंह जो इसी गांव से हैं, समय-समय पर गांव की समस्याओं से उन्हें अवगत कराते रहते हैं।भूमि संबंधित और सुरक्षा बल से जुड़े मुद्दों पर भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके बाद डीएम ने छात्रों से संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित भी किया।एक छह वर्षीय बालक को पढ़ाई के लिए उत्साहित करते हुए उसे शाल ओढ़ाया तो बालक बेहद खुश दिखा। ग्राम प्रधान तरकुली काजल बिष्ट द्वारा ग्राम पंचायत तरकुली एवं आमला के प्रमुख समस्याओं के संबंध में बात रखी गई। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अफसरों को समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए। इस दौरान अनुपा देवी ने पानी की समस्या क जिलाधिकारी के सम्मुख रखी तो जिलाधिकारी ने पेयजल निगम को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। जानकी देवी ने अपनी बहन का आधार व वृद्धावस्था पेंशन बनाने की मांग की। डीएम ने समाज कल्याण व आधार बनाने के लिए डिस्ट्रिक मैनेजर को निर्देश दिए। साथ ही आधार कैंप व घर में जा कर आधार बनाने के निर्देश दिए।शिविर में विद्युत, दुग्ध, उद्योग आदि विभागों ने स्टॉल लगाकर योजनाओं की जानकारी दी। लोगों की निःशुल्क स्वास्थ्य की जांच की गई।शिविर में ब्लॉक प्रमुख अंचला बोहरा, ग्राम प्रधान काजल बिष्ट, क्षेत्र पंचायत मयंक बोहरा, ग्राम प्रधान सूरज महर, जिला पंचायत सदस्य शैलेश जोशी, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी एस खाती, अपर जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान आदि मौजूद थे।





