जानें, छात्र पुलिस के खिलाफ क्यों भड़क गए
रुद्रपुर: गोलीकांड के मामले में छात्र संघ के पूर्व सचिव सचिन गंगवार के घर पुलिस ने दबिश दी। सचिन के न मिलने पर उसकी गर्भवती पत्नी और उसके पिता को पुलिस कोतवाली लाई । इसकी भनक लगते ही छात्र संघ अध्यक्ष ने समर्थकों के साथ कोतवाली गेट पर धरना दिया।इस बीच कोतवाल ने अध्यक्ष के साथ धक्का मुक्की हुई तो इससे छात्र और आक्रोशित हो गए और कोतवाली पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय छात्र संघ का चुनाव 27 सितंबर को हुआ था। नामांकन के दिन 24 सितंबर को रामपुर_नैनीताल हाईवे पर छात्रों के दो गुटों में किसी बात को लेकर मारपीट और फायरिंग हुई थी।इस मामले में पुलिस ने 15 युवकों पर विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी पंजीकृत की है।मंगलवार देर रात कोतवाली पुलिस ने पूर्व छात्र संघ सचिव सचिन के घर पर दबिश दी और गर्भवती पत्नी और उसके पिता को हिरासत में लेकर कोतवाली लाई। बुधवार सुबह इसकी जानकारी लगी तो छात्र संघ अध्यक्ष रजत सिंह बिष्ट समर्थकों के साथ कोतवाली गेट पर धरने पर बैठ गए।इस बीच कोतवाल मनोज रतूड़ी पुलिस कर्मियों के साथ धरना स्थल पहुंचकर अध्यक्ष के साथ धक्का मुक्की की। इससे गुस्साए छात्रों ने सीओ गेट पर पुलिस के खिलाफ धरना देने लगे।छात्रों का कहना था कि 24 सितंबर को हुई मारपीट में पूर्व छात्र संघ सचिव घटना स्थल पर नहीं था। फिर भी पुलिस ने पूर्व सचिव के घर दबिश देकर उसकी गर्भवती पत्नी और पिता के साथ अभद्रता की।यहीं नहीं,दोनों को कोतवाली ले आई। मामला बढ़ता देख पुलिस ने पूर्व सचिव की पत्नी को छोड़ दिया। इस पर छात्र शांत हुए।धरना देने वालों में छात्र संघ सचिव जसवंत सिंह,कोषाध्यक्ष मोहन कोली,उपाध्यक्ष छात्रा सोनाली मंडल,उपाध्यक्ष चेतन भट्ट.गोपाल पटेल आदि शामिल थे।
इन पर प्राथमिकी




