कुमाऊंनी भाषा सम्मेलन में होगा साहित्यकारों का जमावड़ा
रुद्रपुर। कुमाऊंनी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति प्रचार समिति, अल्मोड़ा की ओर से 17वां राष्ट्रीय कुमाऊंनी भाषा सम्मेलन का सात से नौ नवंबर तक जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान,रुद्रपुर में होगा। जिसमें कुमाऊंनी भाषा के संवर्धन और संरक्षण के कार्य पर मंथन होगा। सम्मेलन को सफल बनाने के लिए नगर निगम सभागार में पंतनगर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और कार्यक्रम के मुख्य संयोजक डॉ. बीएस बिष्ट की अध्यक्षता में तैयारियों पर चर्चा की गई। उत्तराखंड भाषा संस्थान के सदस्य और कुमाऊंनी पत्रिका “पहरू” के संस्थापक डॉ. हयात सिंह रावत ने कहा कि कुमाऊंनी भाषा सम्मेलन पहली बार रुद्रपुर में होने जा रहा है। इसमें देशभर से भाषाप्रेमी और साहित्यकार शामिल होंगे।कार्यक्रम में कुमाऊंनी भाषा के मानकीकरण और कवि सम्मेलन भी होगा। पत्रकार महेश चंद्र पंत ने उत्तराखंड की स्थानीय भाषाओं को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने की जरूरत को भी सामने रखा। पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ. ललित उप्रेती ने विभिन्न जिम्मेदारियों को निभाने के लिए समिति बनाने का सुझाव दिया। कार्यक्रम की सफलता के लिए लोगों को जिम्मेदारी सौंपी गई।शिक्षाविद आनंद सिंह धामी और अन्य वरिष्ठ लोगों को स्वागत समिति में स्थान दिया गया। बैठक में प्रो. शंभू दत्त पांडे “शैलेय”, दयाल पांडे, हेम पंत, योगेश बिष्ट, ललिता कापड़ी, लक्ष्मी चंद्र पंत, नवनीत, बी डी भट्ट आदि मौजूद थे।




