अमेरिका के टैरिफ वार से भड़के लोग,नहीं करेंगे विदेशी उत्पाद का प्रयोग

लोक निर्णय,रुद्रपुर: अमेरिका ने भारत के कुछ उत्पादों पर 50 प्रतिशत टैरिफ शुल्क लगाया तो अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत ऊधम सिंह नगर से जुड़े लोग भड़क गए।उन्होंने शहर में रैली निकाल कर विदेशी उत्पादों को जलाकर स्वदेशी उत्पाद अपनाने का संकल्प लिया।साथ ही लोगों से भी राष्ट्र की अस्मिता की खातिर एकजुट होकर स्वदेशी उत्पाद अपनाने का अनुरोध किया।इसे लेकर लोगों में काफी उत्साह दिखा और रैली में हुजूम उमड़ पड़ा।
ग्राहक पंचायत के जिलाध्यक्ष हेमंत सिंह चौहान, कार्यकारिणी के कृष्ण कुमार शर्मा और क्षेत्रीय संगठन मंत्री व मुख्य वक्ता लखन सिंह की अगुवाई में बुधवार देर शाम रुद्रपुर में गंगापुर रोड स्थित एक निजी स्कूल के लोग एकत्र हुए।यहां से लोगों ने रैली निकाली और स्कूल के पास विदेशी उत्पादों की होली जलाकर आक्रोश जताया।उन्होंने कहा कि कुछ दिनों से लोगों से विदेशी सामान का बहिष्कार करने और स्वदेशी उत्पादों को अपनाने के लिए आह्वान किया जा रहा है। इस दौरान लखन सिंह ने कहा कि हम अपने स्वदेशी उत्पादों को त्याग करके विदेश में निर्मित सामानों को प्राथमिकता दे रहे हैं।जबकि हमारे देश में निर्मित सामान उन सामानों से कहीं ज्यादा अच्छे और गुणवत्ता युक्त हैं।इसलिए स्वदेशी सामानों का प्रयोग करना चाहिए। लखन सिंह ने कहा कि अमेरिका ने जानबूझकर भारतीय उत्पादों पर 50 टैरिफ लगाया है।जिससे भारत अमेरिका के सामने घुटने टेक सके,मगर भारत किसी भी देश के सामने नहीं झुकने वाला है। टैरिफ से हमारे देश को जो आर्थिक नुकसान हो रहा है।यदि हम विदेशी सामान का प्रयोग नहीं करेंगे तो टैरिफ से हम पर कोई आर्थिक असर नहीं पड़ेगा। किसी उत्पाद को ब्रांड कंपनी नहीं बनती है, उसे उत्पाद को ग्राहक ब्रांड बनता है। इसलिए स्वदेशी उत्पादों को खरीद कर ब्रांड बनाएं। जिलाध्यक्ष डॉक्टर हेमंत सिंह चौहान ने कहा कि अब नया भारत है। भारत विश्व की पांचवीं अर्थव्यवस्था है और दो_तीन वर्षों में तीसरी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। किसी के सामने भारत झुकने वाला नहीं है। राष्ट्र की अस्मिता और स्वाभिमान की रक्षा के लिए आप सभी को आगे आना होगा। संचालन प्रांत कार्यकारिणी सदस्य केके शर्मा ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सूर्यमणि मिश्रा आदि लोगों की अहम भूमिका रही।
टैरिफ है क्या
जब दूसरे देश से आयात किया जाता है तो उस पर यदि आयात शुल्क लगाया जाता है तो उसे टैरिफ कहा जाता है।ज्यादा आयात शुल्क लगने से उत्पाद की कीमत बढ़ जाती है।जबकि निर्यातक के उत्पाद की मांग कम हो जाती है।जिससे निर्यातक कंपनियों पर बुरा असर पड़ता है और बेरोजगारी बढ़ने लगती है।