नियुक्ति पर धांधली का आरोप
रुद्रपुर। राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कहा है कि उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ( यूकेएमएसएसबी) द्वारा आयोजित होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी भर्ती 2025 में व्यापक धांधली, भ्रष्टाचार एवं नियमों का घोर उल्लंघन हुआ है, जिसके फलस्वरूप योग्य अभ्यर्थियों के साथ अन्याय हुआ है तथा राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं का भविष्य खतरे में पड़ गया है।पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल ने आरोप लगाया है कि एससी श्रेणी में केवल छह पद थे, किंतु आठ अभ्यर्थियों का चयन किया गया। ओबीसी श्रेणी में कोई पद ही नहीं था, फिर भी ओबीसी अभ्यर्थियों को सामान्य श्रेणी में स्थान दिया गया। यह आरक्षण नीति का खुला उल्लंघन है।कहा कि तर्क दिया गया कि जब तक 1500 होम्योपैथिक डॉक्टरों का राज्य में पंजीकरण नहीं होगा, तब तक लिखित परीक्षा नहीं होगी। वर्तमान में भी राज्य में 1500 डॉक्टरों का पंजीकरण नहीं हुआ है, फिर भी यह नियम लागू कैसे किया गया?।चयनित अभ्यर्थियों में से कई ने आवेदन की अंतिम तिथि के बाद भी फॉर्म जमा किए, फिर भी उनका चयन कर लिया गया। मैरिट
लिस्ट में क्रमांक 1 पर रोल नंबर 540, क्रमांक 11 पर रोल नंबर 569 तथा क्रमांक 24 पर रोल नंबर 571 वाले अभ्यर्थी इसका जीवंत उदाहरण हैं। यह न केवल नियमों का उल्लंघन है, अपितु पूरे चयन प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। कहा कि राज्य के सरकारी विभागों में संविदा पर कार्यरत अभ्यर्थियों को वरीयता न देकर, प्राइवेट निगमों में कार्यरत या बिना किसी
अनुभव वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में 60 अंकों में से 58-59 अंक देकर चयनित किया गया। यह नियमों के विरुद्ध है।उन्होंने भर्ती की पूरी प्रक्रिया को तत्काल स्थगित करने,भर्ती प्रक्रिया (लिखित परीक्षा सहित) शुरू करने, घोटाले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) या विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने की मांग की। जिससे दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई हो सकें।




