डॉ.अनिल ने हिमालयी पारिस्थितिकी सतत विकास के बारे में बताए
देहरादून।भारतीय लेखा परीक्षा एवं लेखा विभाग द्वारा ऑडिट दिवस पर प्रथम सत्र में पर्यावरण संरक्षण विषय पर आयोजित कार्यशाला में हेस्को के संस्थापक पद्म भूषण डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने प्रतिभागियों को हिमालयी पारिस्थितिकी, सतत विकास और सामुदायिक संरक्षण की आवश्यकता पर प्रेरक मार्गदर्शन किया। सरल जीवनशैली, संवहनीय उपयोग और हरित पहल की बात प्रमुखता से सामने आई। दोपहर में दूसरी कार्यशाला वन्यजीव संरक्षण पर केंद्रित रही।जिसमें भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून से डीन डॉ. रुचि बड़ोला तथा वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सैयद एनुल हुसैन ने मुख्य वक्ता के रूप में प्रतिभाग किया। उन्होंने वन्यजीवों के संरक्षण, जैव विविधता तथा क्षेत्रीय सुरक्षा के विषय पर अपने शोध एवं फील्ड अनुभव साझा किए और प्रतिभागियों को प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर महालेखाकार मोहम्मद परवेज़ आलम ने सतत विकास के मार्ग पर पर्यावरण संरक्षण की महत्ता को प्रतिपादित किया।




