सनातन धर्म की रक्षा को हर सनातनी के हाथ में हो अस्त्र_शस्त्र:महंत प्रणवानंद
काशीपुर। विश्नोई समाज की ओर से गौतम नगर स्थित श्री विश्नोई सभा में द्वारा चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन हरिद्वार के महान संत महंत स्वामी प्रणवानन्द महाराज के सानिध्य में कथा व्यास आचार्य अमृतानन्द महाराज ने महिलाओं का दुनिया में सर्वोच्च स्थान बताते हुए पुरुषों के कर्तव्यों का बोध कराया। यदि कहीं भी किसी प्रकार का महिलाओं पर अत्याचार या संकट आए तो हम सबको तन मन से उनके प्राणों की रक्षा के लिए संकल्प वद्ध होना चाहिए।
हरिद्वार से पधारे महंत स्वामी प्रवणानंद महाराज ने कहा कि गले में रुद्राक्ष की माला और हाथों में कलावा हर सनातनी की पहचान है।जिसे खोने नहीं देना है। हमारे सभी देवी देवताओं के हाथ में अस्त्र-शस्त्र हैं,फिर क्यों हम शस्त्रों से दूर होते जा रहे हैं। अपने भविष्य और सनातन धर्म की रक्षा के लिए हर सनातनी को अस्त्र और शस्त्र का त्याग नहीं करना। इस दौरान विश्नोई सभा अध्यक्ष राजवीर सिंह, एसपीएन के चेयरमैन योगेश कुमार जिंदल, सचिव योगेश विश्नोई इंटरनेशनल वैश्य फेडरेशन प्रांतीय उपाध्यक्ष कौशलेश गुप्ता, जिला कोषाध्यक्ष नवनीत विश्नोई, वैध सुशील बिश्नोई, दिनेश शर्मा, ओम बिश्नोई, शिवचरण विश्नोई ,दिनेश बिश्नोई, प्रेरित बिश्नोई, प्रमोद बिश्नोई ,गुरदीप अरोरा ,संदीप बिश्नोई ,शशि वर्षा रानी बिश्नोई ,अर्चना बिश्नोई राजबाला विश्नोई,अनीता, रेनू बिश्नोई आदि मौजूद थे।




