आइ लव मोहम्मद मार्च मामले में अधिवक्ता नदीम ने किसे भेजे पत्र
काशीपुर। अधिवक्ता और सूचना का अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने जिलाधिकारी यूएस नगर, मुख्य सचिव उत्तराखंड, हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को ई-मेल भेजा है।उन्होंने ई मेल में लिखा है कि आइ लव मोहम्मद के नाम पर मीडिया की सुर्खियों में छाई घटना में दरोगा से मारपीट को आई लव मोहम्मद मार्च से अवैध रूप से जोड़ा जा रहा है।अधिकतर लोग पुलिस की पिटाई उत्पीड़न व मानवाधिकार हनन के कार्याें के चलते वास्तविकता बोलने से डर रहे हैं। कहा कि उन्हें ज्ञात हुआ है कि 21 सितम्बर की रात करीब नौ बजे नाबालिग बच्चे स्वयं स्वेच्छा से बिना किसी के उकसावे पर अल्ली खां चौक के पास आइ लाई लव मोहम्मद लिखे पोस्टर हाथ में लेकर निकालने लगे। विभिन्न अन्य लोग तथा रोड पर चलने तथा अल्ली खां चौक के आसपास रहने वाले लोग उन्हें देखने लगे। थोड़ी देर में इसकी सूचना मिलने पर बांसफोड़ान चौकी इंचार्ज अल्ली खां चौक पहुंचे और उन बच्चों को समझाने लगे। बच्चों ने वहीं अल्ली खां में ही अपना मार्च समाप्त कर दिया तथा विभिन्न रास्तों से अपने घर चले गए।
उसके थोड़ी देर बाद जुलुस, पुलिस के लाठी चार्ज तथा दरोगा की पिटाई की खबरें इंटरनेट मीडिया पर चलने लगीं। दरोगा की पिटाई के मार्च स्थल से आधा किमी दूर वाल्मीकि बस्ती के पास वायरल वीडियो में भी कुछ बच्चे दरोगा से मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं। लोगों का कहना हैं कि इन बच्चों से आइ लव मोहम्मद मार्च से शामिल बच्चों का कोई सम्बन्ध नहीं हैं।
रात 11 बजे से अल्ली खां व थाना साबिक क्षेत्र को बंद करा दिया गया तथा यहां की लगभग 20 हजार जनता को घरों में बंदी जैसा बना दिया गया।तथा यह सिलसिला अभी तक जारी है। रात 11 बजे से ही एक राजनैतिक दल के पोस्टर व फ्लेक्सी में लगे फोटो के आधार पर लोगों को घरों से उठाकर ले जाना शुरू कर दिया गया। फिर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आइ लव मोहम्मद मार्च में शामिल बच्चों तथा मार्च के बाद अपने घर जा रहे बच्चों, उन्हें देखने आए अन्य व्यक्तियों तथा राहगीरों यहां तक दुकानदारों तथा उनके दुकान पर मौजूद ग्राहकों को मार्च में शामिल बताकर थाने व पुलिस चौकियों पर ले जाया गया।इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो के अनुसार उनकी अवैध रूप से जमकर पिटाई की गई।
इस मामले को तूल देते हुए अल्ली खां व थाना साबिक क्षेत्र को टारगेट करते हुए थाना साबिक चुंगी से लेकर अल्ली खां, चौराहे तक के काशीपुर के यातायात के प्रमुख मार्ग अल्ली खां, मार्ग को बेरिकेड लगाकर बंद करके पुलिस के जवानों को बैठा दिया गया तथा दुकानों को बंद करा दिया गया। उन्होंने अवैध उत्पीड़न व मानवाधिकार तथा मूल अधिकार हनन रोकने तथा न्याय दिलाने की मांग की।




