प्रवेश निरस्त से बिगड़ी छात्रा की हालत, पंत विवि पर लगाया परेशान करने का आरोप

पंतनगर: गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के एमएससी में प्रवेश निरस्त होने से छात्रा निहारिका की हालत बिगड़ उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य सुधार होने पर डॉक्टर ने उसे डिस्चार्ज कर दिया। छात्रा सदमे में है। छात्रा और उसके पिता ने विवि पर मानसिक परेशान करने का आरोप लगाया है। यह खबर सबसे पहले लोक निर्णय ने शनिवार को प्रकाशित की थी।
पटना बिहार निवासी छात्रा निहारिका ने पंत विवि में बीएससी की थी। इस वर्ष ईडब्ल्यूएस कोटे में कृषि एक्टेंशन एजुकेशन प्रोग्राम में एमएससी प्रथम वर्ष में दाखिला किया, लेकिन उसका प्रवेश यह कहकर निरस्त कर दिया गया कि ईडब्ल्यूएस का लाभ बाहरी राज्यों के लिए नहीं है।छात्रा ने बताया कि विवि ने उनका प्रवेश निरस्त कर दिया। जिससे वह मानसिक रूप से परेशान है और बीमार भी हो गई। निहारिका के पिता पूरन सिंह ने लोक निर्णय को दूरभाष पर बताया कि प्रवेश निरस्त होने पर वह कुलपति से मिलना चाहता था,लेकिन मिलने नहीं दिया। मेरी पुत्री बीमार हो गई ट्रेन से हाजीपुर पहुंची। पुत्री के स्वास्थ्य खराब होने की सूचना आरपीएफ को फोन पर देकर जांच करने का अनुरोध किया। पुत्री को हाजीपुर सोनपुर एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज कराने के बाद वह घर ले आया। पुत्री की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। यह मामला कुलपति तक पहुंचाया जाएं। जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। भविष्य में किसी भी बेटी के साथ ऐसा न हो। जिस तरह मेरी पुत्री के साथ किया गया है। विवि पर परेशान करने का आरोप लगाया है।