रुद्रपुर के डा.अनिरुद्ध बत्रा एम्स के सभी गोल्ड मेडल में रहे अजेय
रुद्रपुर:कहते हैं कि यदि औरों से कुछ अलग और बेहतर करने का जज्बा है तो हर मुश्किलें आसान लगने लगती हैं।शायद इसकी जज्बे ने रुद्रपुर के डॉक्टर अनिरुद्ध बत्रा ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के एमबीबीएस फाइनल में सभी नौ गोल्ड मेडल जीतकर न केवल संस्थान का नाम रोशन किया,बल्कि उत्तराखंड और स्वजन का भी गौरव बढ़ाया।जब अनिरुद्ध ने मेडल प्राप्त किए तो सभागार में बैठे सभी दर्शकों के चेहरे पर खुशी दिखी और बत्रा भी आत्मविश्वास से उत्साहित नजर आए। बताया जा रहा है कि एम्स जोधपुर में पहली बार किसी छात्र ने सभी गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है।सभी विषयों में अव्वल रहे।
आवास विकास रुद्रपुर, जिला ऊधम सिंह नगर, उत्तराखंड निवासी डॉक्टर अनिरुद्ध बत्रा पुत्र राजेश बत्रा बचपन से मेधावी रहा और डॉक्टर बनकर देश की सेवा करने की तमन्ना थी।सपने को साकार करने के लिए अनिरुद्ध ने नीट की परीक्षा दी और पहले प्रयास में ही अनिरुद्ध की एम्स जोधपुर राजस्थान में दूसरी रैंक रही।डॉक्टर अनिरुद्ध ने बताया कि 17 सितंबर को आयोजित समारोह में नौ गोल्ड मेडल और डायरेक्टर का गोल्ड मेडल प्राप्त किए। ओवरऑल फर्स्ट, सर्जरी, पीडियाट्रिक्स, बेसिक एंड मेडिकल साइंसेस, फैमिली मेडिसिन, कम्युनिटी मेडिसिन, बेसिक एंड सर्जिकल साइंसेस सहित सभी नौ गोल्ड जीते हैं ।बताया कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा होली चाइल्ड स्कूल, रुद्रपुर से हुई। कक्षा 10वीं में 97.2 और 12वीं में 99.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे।एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान अनिरुद्ध ने अपने अथक परिश्रम और लगन से सभी परीक्षाओं में अव्वल स्थान प्राप्त किया। परिणामस्वरूप उन्हें न केवल पूरे बैच में प्रथम स्थान मिला, बल्कि सभी विषयों में गोल्ड मेडल भी हासिल हुए। इतना ही नहीं, उन्हें प्रतिष्ठित डायरेक्टर का गोल्ड मेडल भी प्रदान किया गया।इस अभूतपूर्व उपलब्धि पर परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश एवं समूचे रुद्रपुर में हर्ष और गर्व का माहौल है। लोगों का कहना है कि यह सफलता “लगन, अनुशासन और रातों की मेहनत का परिणाम” है। वरिष्ठ अधिवक्ता अमित मेदिरत्ता ने बताया कि डॉ. अनिरुद्ध बत्रा की उपलब्धि ने यह साबित कर दिया है कि छोटे शहरों और साधारण घरों से निकलने वाले बच्चे भी मेहनत और दृढ़ संकल्प से विश्वस्तरीय पहचान बना सकते हैं।




