युवाओं को रोजगार और लोगों को शिक्षा दिलाने के लिए दिशा छात्र संगठन ने मुहिम छेड़ी
वाराणसी।यूडीआईएसई की रिपोर्ट के मुताबिक देश में वर्ष,2018 से 2020 के बीच 50 हजार से अधिक सरकारी स्कूल बंद हो गए हैं।जबकि गलियों में धड़ल्ले से निजी स्कूल संचालित हो रहे हैं।यह भी बताया जा रहा है कि अधिकतर निजी स्कूल राजनीतिक दलों के नेताओं के हैं।मगर सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने की चिंता दलों को नहीं है।जिससे गरीब परिवार के बच्चे शिक्षा पाने से वंचित हो जा रहे हैं।सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भी कमी है।इसके अलावा फर्नीचर आदि सुविधाएं भी नहीं हैं।दी इंडिया इंप्लॉयमेंट रिपोर्ट 2024 के अनुसार देश के बेरोजगारों में 80 प्रतिशत युवा हैं।सरकारी नौकरी नहीं होने से युवा बेरोजगार होकर इधर उधर धक्के खा रहे हैं।जबकि चुनाव में रोजगार देने के दावे किए जाते हैं, मगर चुनाव के बाद भूल जाते हैं।इससे युवाओं में सरकार के प्रति आक्रोश है।




