महिलाओं को बताए उनके अधिकार
रुद्रपुर।सामाजिक संगठन इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल डेवलपमेंट (आइएसडी) द्वारा एक्सेस टू जस्टिस कार्यक्रम के तहत जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन एलायंस के सहयोग से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के एक वर्ष पूर्ण होने की अवसर पर 100 दिवसीय संघन जागरूकता अभियान 27 नवंबर से शुरू हुए और यह आठ मार्च 2026 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन संपन्न होगा। आज शहीद उधम सिंह सभागार, विकास भवन में हुई कार्यशाला में जिला प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन ने बाल विवाह की रोकथाम के लिए आंगनवाड़ी एवं आशा कार्यकर्ताओं को सजक रहने तथा बाल विवाह की सूचना 1098 पर देने के लिए प्रेरित किया । महिला हिंसा की स्थिति में एवं सहायता के लिए महिला हेल्प लाइन नंबर 181 एवं पुलिस हेल्प लाइन 112 आदि महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। आइएसडी के अध्यक्ष डॉ अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बाल विवाह एक सामाजिक बुराई और गैरकानूनी है, जो बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं विकास में बाधा है तथा उनके सपनों को साकार होने से रोकते हैं।जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य उमेश सिंह एवं चंद्रकला राय ने बाल अधिकारों की जानकारी प्रदान की । इस मौके पर चाइल्डलाइन कोऑर्डिनेटर चांदनी, आइएसडी के समन्वयक बिंद्रा तिवारी, लेखाकार सत्यम सक्सेना, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बबली विश्वास, हेमलता पाल, राखी गुहा, सुनीति मिस्त्री आदि मौजूद थीं।




