बरसात के मौसम में बीमारियों से ऐसे बचें

रुद्रपुर: बरसात में तमाम संक्रमित बीमारियां होती हैं, मगर लोग अपनी सेहत के प्रति सतर्क नहीं रहते हैं।यदि सावधानी रखें तो बीमारियों से बच सकते हैं।
त्वचा संबंधित रोग:
दाद,खाज,छाजन/ एग्जिमा,खुजली, बरसाती कीड़ों के काटने से संक्रमण आदि शिकायतें होती हैं।
आंखों से संबंधित रोग:
आई फ्लू /कंडक्ट वाईट्स ,आंखों में लालीपन,आंखों में खुजली आदि
पेट एवं आंतों से संबंधित बीमारियां:
जी मिचलाना, उल्टी, दस्त पेचिश, टाइफाइड बुखार, इत्यादि
श्वास संबंधित रोग:
जुखाम, खांसी, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा इत्यादि
मच्छर जनित रोग:
मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया इत्यादि
गंगापुर रोड स्थित श्री हरिहर होम्योपैथिक चिकित्सालय रुद्रपुर के संचालक डॉक्टर हेमंत चौहान ने बीमारियों से बचाव के उपाय बताए। बताया कि सोने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग या अन्य किसी ऐसे साधन का प्रयोग करें , जिससे मच्छरों से बचाव हो सके। बाहर के खान पान से बचें। घरों के आसपास पानी जमाव न होने दें।
होम्योपैथिक उपचार:
डॉक्टर चौहान ने बताया कि होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में उपचार बीमारियों के नाम से न होकर मरीज के लक्षणों मानसिक एवं सामान्य जानकारी के आधार पर किया जाता है।
ऐसे में विभिन्न बीमारियों के लिए एक ही दवाई या एक ही बीमारी के लिए अलग-अलग दवाइयों का प्रयोग किया जा सकता है।जैसे किसी व्यक्ति को बारिश में भींगने से ज्वर होता है तो उसकी दवाई उसे व्यक्ति के ज्वर से अलग होगी जो बारिश में नहीं नहीं भीगा है।जैसे पानी में भींगने से होने वाले ज्वर को हम रोस्टॉक्स नामक दवाई से ठीक कर सकते हैं । इस तरह का ज्वर बिना पानी में भींगे किसी व्यक्ति को होता है तो हम किसी अन्य दवाई से ही ठीक कर सकते हैं ।
छोटे बच्चे और बुजुर्ग दवाइयां आसानी से खा सकते हैं।
होम्योपैथिक दवाइयां जो की शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं डालती है। चिकित्सक की सलाह से ही दवा लें।