जानें प्राच्य शोध संस्थान में किन विषयों पर होगा अध्ययन
हरिद्वार। पर्यटन सचिव धीराज सिंह गर्ब्याल ने शुक्रवार को
रुड़की विकास प्राधिकरण सभागार में हरिद्वार में मदन मोहन मालवीय प्राच्य शोध संस्था की स्थापना को लेकर अधिकारियों के साथ चर्चा की ।संस्थान में ज्योतिष, आयुर्वेद, योग, ध्यान, एवं अध्यात्म का अध्ययन किया जाएगा। हरिद्वार को अन्तर्राष्ट्रीय योग राजधानी एवं अध्यात्मिक पर्यटन को बडे स्थल के रूप में स्थापित करने पर भी मंथन किया गया।
सचिव ने हरिद्वार में स्थित प्राचीन धर्मशालाओं, आश्रम को हैरिटेज वॉक के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए।इसके लिए हैरिटेज धर्मशालाओं को चिन्हित करते हुए उनके संचालकों के साथ बैठक करते हुए उसकी रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि प्राचीन धर्मशालाओं को हैरिटेज वाक के रूप में विकसित करने के लिए रूपरेखा तैयार कर उनको रेनोवेशन किया जाएगा।जिसमे विदेशी पर्यटकों के हैरिटेज वॉक की व्यवस्था की जाएगी। हरिद्वार को योग एवं आध्यात्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन के लिए विशेष थीम आधारित अवस्थापना का विकास, गंगा तटवर्ती क्षेत्रों में स्वच्छता एवं सुविधाओं, योग महोत्सवों, अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का वार्षिक आयोजन की रूपरेखा तैयार करने पर भी चर्चा हुई।सचिव पर्यटन ने हरिद्वार को योग, ध्यान और आध्यात्मिक कल्याण एवं वैश्विक केंद्र के रूप में ब्रांडिंग एवं विपणन करने, प्रमुख मंदिरों और विरासत स्थलों के भ्रमण के लिए 1-2 दिवसीय सिटी हैरिटेज बस सेवा का शुभारंभ करने, आयुष विभाग के सहयोग से 20 शहरी युवा योग क्लबों की स्थापना करने की योजना की रूपरेखा तैयार कर ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।बैठक में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, उपाध्यक्ष एचआरडीए अंशुल सिंह, मुख्य नगर आयुक्त नन्दन कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, सचिव एचआरडीए मनीष सिंह आदि मौजूद थे।




