जानें, चंपावत में आपदा से हुए नुकसान का मूल्यांकन करने पहुंची टीम
चंपावत:मानसून अवधि के दौरान आई आपदा से जनपद में हुए नुकसान का विस्तृत मूल्यांकन के लिए, बुधवार जिला कार्यालय सभागार में पोस्ट डिजास्टर नीड असेसमेंट (पीडीएनए ) की छह सदस्यीय टीम के साथ बैठक हुई। यह टीम शासन स्तर पर गठित एनडीएमए और राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के सदस्यों की एक संयुक्त एवं अंतर-विभागीय टीम है। जिलाधिकारी मनीष कुमार ने जनपद में आपदा से हुई क्षतियों के संबंध में प्रारंभिक जानकारी दी। पीडीएनए का मुख्य उद्देश्य बुनियादी ढांचे और आजीविका के क्षेत्रों में हुए वास्तविक नुकसान का सटीक आंकलन करना है। यह मूल्यांकन अंतर्राष्ट्रीय मानकों और राज्य तथा केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के पूर्णतः अनुरूप किया जाएगा।जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि टीम द्वारा तैयार की गई विस्तृत रिपोर्ट ही जनपद के पुनर्निर्माण एवं पुनर्वास के लिए आवश्यक धनराशि और भावी रणनीति निर्धारित करने का आधार बनेगी। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को पीडीएनए टीम के साथ पूर्ण समन्वय स्थापित करने को कहा। क्षति से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी, दस्तावेज एवं आंकड़े त्वरित रूप से उपलब्ध कराएं।जिससे मूल्यांकन प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हो सके।यह टीम स्वाला, अमोड़ी, बाटनागाढ़, किरोड़ा, टनकपुर का स्थलीय निरीक्षण करेगी। तथा विभागों द्वारा आपदा से हुए नुकसान किए गए आकलन की जांच करेगी।
इस दौरान जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल, डॉक्टर स्तान्शु शंकर निदेशक यू एल एम एम सी, मुख्य वैज्ञानिक सी एस आई आर रुड़की डॉ. डीपी कनू, असिस्टेंट प्रोफेसर आइआइटी रुड़की अनुपम शुक्ला आदि मौजूद थे।




