जानें,पोषण माह के समापन पर क्या बोल गईं केंद्रीय राज्यमंत्री सावित्री
देहरादून : आठवें राष्ट्रीय पोषण माह 2025 का समापन समारोह हिमालयन कल्चरल सेंटर में शुक्रवार को हुआ। भारत सरकार की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा कि पोषण केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह भारत के प्रत्येक बच्चे और मां के प्रति हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी और नैतिक प्रतिबद्धता है। आठ मार्च, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोषण अभियान शुरू किया था,जो अब एक परिवर्तनकारी जन आंदोलन बन चुका है। जो अनेक मंत्रालयों और नागरिकों को एक साझा दृष्टिकोण “सशक्त नारी, सुपोषित भारत” के तहत जोड़ता है। जीवन के पहले 1000 दिन गर्भावस्था से लेकर बच्चे के दो वर्ष की आयु तक विकास और वृद्धि के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं। स्वस्थ मां एक सशक्त पीढ़ी को जन्म देती है, जब हर घर की थाली संतुलित होती है, तभी देश सशक्त बनता है।केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने ने कहा कि महिलाएं प्रत्येक परिवार की आधारशिला हैं। उन्होंने कहा कि इस बार का पोषण माह इसलिए भी खास रहा, क्योंकि इस बार केवल महिलाएं ही नहीं, बल्कि पुरुष और युवा भी पोषण माह का अभिन्न हिस्सा बने हैं, जिससे यह वास्तव में समावेशी अभियान बना। आज के सुपोषित भारत के बच्चे ही वर्ष 2047 के सुपोषित भारत के नागरिक होंगे।इससे पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव लव अग्रवाल ने मिशन पोषण 2.0 के तहत हुई प्रगति प्रस्तुत की। बताया कि देशभर के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 14 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से 10 करोड़ से अधिक लाभार्थियों, जिनमें बच्चे, गर्भवती स्तनपान कराने वाली माताएं और किशोरियां शामिल हैं, को सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं। 13 लाख से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण ट्रैकर ऐप से जुड़े स्मार्टफोन प्रदान किए गए हैं, जिससे सटीक डेटा और समय 13.87 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों पर ग्रोथ मॉनिटरिंग उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं। नेशनल फैमिली हेल्थ सुर्वे -5 (एनएफएचएस-5) के आंकड़ों के अनुसार देश में कुपोषण के प्रमुख संकेतकों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। ठिगनापन 38.4 प्रतिशत से घटकर 35.5 प्रतिशत हुआ है और कम वजन की दर 35.8 प्रतिशत से घटकर 32.1 प्रतिशतहो गई है। ये आंकड़े केवल संख्याएं नहीं हैं, बल्कि लाखों बच्चों के जीवन में आशा की नई किरण हैं, जो कुपोषण से पोषण की ओर बढ़ रहे हैं। इस मौके पर खेलमंत्री रेखा आर्या, कृषि मंत्री गणेश जोशी आदि मौजूद थे।





