खिलौने से महिलाएं बन रहीं आर्थिकी आत्मनिर्भर
सितारगंज।बचपन में हर कोई खिलौना खेलता है,इसे देख सपने भी देखते हैं।खिलौने के लिए बच्चे जिद भी करते हैं। अब यहीं खिलौना शक्तिगढ़ की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा है।महिलाएं अपनी रचनात्मकता और कौशल की बदौलत लकड़ी के नक्काशीदार और आकर्षक राममंदिर सहित खिलौने बना रही हैं।जिसकी डिमांड नैनीताल के कैंची धाम,खटीमा,नानकमत्ता सहित विभिन्न शहरों में बढ़ रही है।इससे महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सितारगंज ब्लॉक के शक्तिगढ़ के ग्राम रुदपुर में खिलौना ग्रोथ सेंटर खोला गया है।इससे 164 महिला स्वयं समूह जुड़े हैं। पहले कंप्यूटर में खिलौना की डिजाइन की जाती है।फिर लेजर मशीन में डिजाइन के आधार पर कटिंग की जाती है।इसके बाद समूह से जुड़ी महिलाएं कटिंग को जोड़कर खिलौना तैयार करती हैं।यह सेंटर रिप यानी ग्रामोत्थान वेग वृद्धि परियोजना की देखरेख में संचालित हो रहा है। इसी परियोजना की ओर से ग्रोथ सेंटर के पास ही कलेक्शन सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है। जहां पर तैयार खिलौनों को बेचने के लिए रखा जाएगा। खंड विकास अधिकारी सीआर आर्य ने बताया कि खिलौनों की डिमांड बढ़ रही है। सेंटर को बेहतर संचालन के लिए सरकार पूरी तरह सहयोग कर रही है।खिलौनों से महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं।




