क्यों भीड़ गए युवा संसद में पक्ष_विपक्ष
रुद्रपुर:चाणक्य लॉ कॉलेज रुद्रपुर में समान नागरिक संहिता विषय पर आयोजित युवा संसद कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज के चेयरमैन एसपी सिंह ने किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया, विधि बहस और संवैधानिक मुद्दों की जानकारी देना था। युवा संसद में कुल 28 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इसने 11 सत्ता पक्ष के और इतने ही विपक्ष की भूमिका में थे। अन्य मार्शल, स्पीकर तथा सचिव की भूमिका में थे। सत्ता पक्ष ने कहा कि भारत जैसे विविधता वाले देश में एक समान कानून लाना आज की आवश्यकता है। समान नागरिक संहिता से सभी धर्म और समुदायों को एक समान अधिकार मिलेंगे। जिससे देश में समानता और एकता को बल मिलेगा। विवाह, तलाक, संपत्ति और दत्तक ग्रहण जैसे विषयों पर अलग-अलग धर्म के लिए अलग कानून होना ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना की विरुद्ध है। उनका कहना था कि समान नागरिक संहिता देश को धर्मनिरपेक्षता और न्याय की दिशा में आगे ले जाएगा। विपक्ष का कहना था कि समान नागरिक संहिता लागू करना धार्मिक स्वतंत्रता पर हस्तक्षेप होगा। भारतीय संविधान सभी नागरिकों को अपनी संस्कृति और धर्म के अनुसार जीवन जीने का अधिकार देता है। विपक्ष के द्वारा यह भी सवाल उठाया गया कि क्या सरकार सभी समुदायों की राय लेकर यह कानून बनाने जा रही है? या यह मात्र एक पक्षीय प्रयास है। कार्यक्रम का संचालन मनीष आर्य द्वारा किया गया।आयोजन समिति के प्रमुख उपासना तिवारी और प्रतिभा सिंह थे। प्राचार्या डॉक्टर दीपाक्षी जोशी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रतिभागियों को पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर प्राध्यापक सलीम अहमद, अनिल कुमार, डा.आयशा अमीन, डा .रुबीना, मनप्रीत कौर, डा.हरकमल कौर, आकांशा रघुवंशी, सिद्धि अग्रवाल, हिमानी फुलारा, वर्णिका वर्मा, अर्जुन प्रताप सिंह, आस्था मिश्रा, भूमिका कोरंगा, गुरगुन कौर, गुरमन कौर, हर्शल जोटी, इंद्रेश अरोड़ा, खुशी नारंग, प्रवीण सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।,




