किसके उपलक्ष्य में डाक टिकट व सिक्का जारी
हरिद्वार। राष्ट्रगीत वन्दे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के उलक्ष्य में ऋषिकुल आर्वेदिक महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में भव्य कार्यक्रम जनपद प्रभारी एवं कैबीनेट मंत्री सतपाल महाराज ने दीप जलाकर शुभारंभ किया। जनसमूह ने राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम गाया। इसके बाद दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम को बड़ी एलईडी स्क्रीन पर लाइव देखते हुए प्रधामनंत्रीके ओजस्वी भाषण को सुना।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक साल तक मनाए जाने वाले स्मरणोत्सव की दिल्ली से शुक्रवार को शुरुआत की।प्रधानमंत्री ने एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया। देश के स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित करने और राष्ट्रीय गौरव एवं एकता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाने वाले राष्ट्रगीत के 150 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया जा रहा है,जो तीन चरणों में एक वर्ष तक चलेगा। कैबीनेट मन्त्री सत्पाल महाराज ने कहा कि केंद्र सरकार ने एक अक्टूबर को निर्णय लिया कि वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर देशभर में भव्य उत्सव आयोजित किए जाए। उन्होंने इस दूरदर्शी निर्णय के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से इस गौरवमय उत्सव का आयोजन पूरे देश में किया जा रहा है। सात नवंबर,1875 को पुनर्जागरण काल के प्रमुख साहित्यकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित वंदे मातरम गीत आज 150 वर्ष पूर्ण कर रहा है। यह गीत केवल शब्दों का संयोजन नहीं है बल्कि यह गीत भारत की आत्मा की आवाज है। इस गीत ने आजादी की लड़ाई में राष्ट्र को एकसूत्र में पिरोने का काम किया है। इस गीत ने ब्रिटिश हुकूमत की चूलें हिला कर रख दी थीं। कहा कि यह वह गीत है जिसे आजादी के दिवानों ने गाते हुए फांसी के फंदों को चुमकर गले लगाया था। वंदे मातरम स्वदेशी आंदोलन और आजादी की लड़ाई का प्रेरक नारा भी रहा है। उन्होंने ककहा कि श्री बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय, अमर शहीद भगत सिंह और सुभाषचंद्र बोस जी जैसे क्रांतिकारियों ने इसे अपनी प्रेरणा बनाया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, राज्यमंत्री सुनील सैनी,जयपाल सिंह चौहान, अजीत सिंह, ओम प्रकाश जमदग्नि, जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित आदि मौजूद रहे।




