कांग्रेस पार्षदों ने पार्टी पर क्यों गया वोट चोरी का आरोप?
रुद्रपुर।भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने उत्तराखंड के जिलाध्यक्ष, महानगर अध्यक्षों की मंगलवार को घोषणा की। जिसमें हिमांशु गावा को जिलाध्यक्ष और ममता रानी को रुद्रपुर महानगर अध्यक्ष बनाया गया है।इससे पार्टी में बगावत शुरू हो गई। रुद्रपुर कांग्रेस के कुछ पार्षदों ने पार्टी से प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।साथ ही मीडिया को बताया कि पार्टी के पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष पद पर कार्यकर्ताओं से रायशुमारी की थी,मगर रायशुमारी के विपरीत फैसला लिया गया है। उन्होंने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी राय की अनदेखी की गई है।उन्होंने कहा कि भाजपा को वोट चोरी का आरोप लगता है।कांग्रेस भी तो वोट चोरी की है।कहा कि उन्हें जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष से दिक्कत नहीं है, दिक्कत हाईकमान से है,जिन्होंने रायशुमारी के विपरीत निर्णय लिया है।पूर्व कैबिनेट मंत्री और किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ के बेटे सौरभ बेहड़ ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।सौरभ वार्ड 39 के पार्षद है।उन्होंने कहा कि पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में नहीं जाएंगे।पार्षद प्रवेश कुरैशी,इंद्रजीत सिंह सहित करीब आधा दर्जन पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।इससे एक बार फिर पार्टी की अंदरूनी कलह खुलकर सामने आई।आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ही गुटबाजी दिखने लगी।इधर,राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक के जिलाध्यक्ष जनार्दन सिंह का कहना था कि कांग्रेस संगठन में महानगर व जिलाध्यक्ष जो बनाया गया है,वह कार्यकर्ताओं की रायशुमारी के विपरीत यह कार्य एक नेताजी के इशारे पर किया गया है। इससे भाजपा को मजबूत करने का प्रयास है।भाजपा मजबूत होगी जो ठीक नहीं है।जहां एक तरफ कार्यकर्ताओं में हाईकमान के फैसले से नाराजगी है तो वहीं बनाए गए जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष के समर्थकों में खुशी का माहौल है और मिठाई खिलाकर जश्न मनाया जा रहा है।




