मांगों को लेकर डीजी हेल्थ के समक्ष फार्मासिस्टों में भरी हुंकार
किच्छा। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तराखंड के प्रांतीय अधिवेशन में मांगों को लेकर महानिदेशक स्वास्थ्य डॉक्टर सुनीता टम्टा के समक्ष फार्मासिस्टों ने हुंकार भरी।साथ ही उपाध्यक्ष,राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य एवं अनुश्रवण परिषद उत्तराखंड सुरेश भट्ट को मांग पत्र सौंपकर चेताया कि यदि मांगों पर जल्द गौर नहीं किया गया तो आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।एनएच 74 हाईवे स्थित किच्छा के एक मैरिज हाल में आज आयोजित अधिवेशन में वक्ताओं ने कहा कि ओडिसा की तर्ज पर फार्मासिस्टों को अधिकार देने,वर्ष, 2021 में विभागीय ढांचा का पुनर्गठन में फार्मासिस्टों के पद और सृजित करने, वर्ष, 2009 के बाद नियुक्त फार्मेसी अधिकारियों का वेतनमान की विसंगति दूरकरने,फार्मासिस्टों के पदों की संख्या बढ़ाने आदि मांग की।उन्होंने कहा कि मरीजों की सेवा के लिए फार्मासिस्ट पूरी लगन से मेहनत करते हैं।प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर मुहैया कराने के लिए फार्मासिस्टों की समस्याओं का समाधान किया जाना चाहिए।इसके बाद नई कार्यकारिणी का गठन किया गया।नई कार्यकारिणी में चुने गए पदाधिकारियों को फूल की माला पहनकर स्वागत किया गया। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सुधा कुकरेती,प्रदेश महामंत्री डॉक्टर सतीश पांडे, मंडलीय मंत्री प्रेम शंकर सिंह,प्रदेश कोषाध्यक्ष हरीश उनियाल, पूर्व प्रदेश महामंत्री पवन पांडे, गजेन्द्र पाठक, मुख्य वक्ता भूपेश जोशी, भाजपा नेता विवेक दीप सिंह, अज्ञेतिवारी आदि मौजूद थे।





