बिग ब्रेकिंग : पंत विवि के पेपर लीक मामले में डॉ.गोयल सस्पेंड

पंतनगर: गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय की द्वितीय सेमेस्टर परीक्षा के पेपर लीक मामले में डॉक्टर एसके गोयल को सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही उन्हें कृषि विज्ञान केंद्र जाखधार, रुद्रप्रयाग से संबद्ध कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई।इस खबर को लोक निर्णय पोर्टल ने रविवार देर रात सबसे पहले अपने पोर्टल पर प्रकाशित किया था।
विवि के मैकेनिकल के द्वितीय सेमेस्टर 2024_25 की अंतिम परीक्षा में पेपर लीक का मामला सामने आया तो मामले की प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के डीन डॉक्टर एसएस गुप्ता ने तीन सदस्यीय जांच बैठा दी। जांच के आधार पर छह सितंबर को परीक्षा निरस्त कर दी गई। पेपर लीक मामले में जांच रिपोर्ट में पाया गया कि प्रौद्योगिकीय महाविद्यालय की वाह्य परीक्षा सेल के समन्वयक का चार्ज लेने के बाद डॉक्टर एसके गोयल ने कम्प्यूटर में सेल का पासवर्ड नहीं बदला।उसी यानी पुराने पासवर्ड का इस्तेमाल परीक्षा संबंधी कार्यों के लिए उपयोग किया। जो एक गंभीर चूक है। इस मामले को विवि प्रशासन ने गंभीरता से लिया। सोमवार देर शाम रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर गोयल के विरुद्ध कार्यों के प्रति घोर लापरवाही के दृष्टिगत दोषी पाते हुए कुलपति द्वारा तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने के लिए आदेश पारित किए गए। साथ ही मामले की विभाग जांच विवि प्रबंध परिषद के सदस्य डॉक्टर अरुण कुमार और कार्मिक अनुभाग के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी केएस पुंडीर को सौंप दी गई। निलंबन का आदेश मुख्य कार्मिक अधिकारी गौहर ताज ने जारी किया है।
क्या था मामला
पंत विवि के प्रद्यौगिकी महाविद्यालय के द्वितीय सेमेस्टर 2024_25 की अंतिम परीक्षाओं के दौरान दूसरे, तीसरे और चौथे वर्ष के बैकलॉग विषयों की परीक्षा हुई थीं।इसके पेपर लीक हो गए थे। इसकी भनक लगते ही विवि में खलबली मच गई थी। आनन फानन महाविद्यालय के डीन डॉक्टर एसएस गुप्ता ने स्नातकोत्तर महाविद्यालय के डीन डॉक्टर लोकेश वार्ष्णेय के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी। पेपर लीक करने के शक में ठेके पर तैनात दो कर्मचारियों को हटा दिया गया।पेपर लीक करने वालों को कुछ छात्रों ने ऑनलाइन तो कुछ ने कैश भुगतना किया था। करीब 10 से 12 लाख रुपये के भुगतान की चर्चा है। हालांकि यह जांच का विषय है। परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर विनोद कुमार ने छह सितंबर को पत्र जारी कर कहा था कि द्वितीय सेमेस्टर 2024-25 की अंतिम परीक्षाओं में पेपर लीक की शिकायतों की जांच के लिए प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के डीन की ओर से जांच कमेटी गठित की गई थी। समिति की सिफारिशों और उसके सक्षम प्राधिकारी की ओर से दिए गए अनुमोदन के आधार पर, उन छात्रों की कंपार्टमेंट परीक्षाएं निरस्त की जाती हैं, जिन्होंने द्वितीय सेमेस्टर 2024-25 की अंतिम परीक्षाओं के दौरान मैकेनिकल इंजीनियरिंग के दूसरे, तीसरे और चौथे वर्ष के अपने बैकलॉग विषयों की परीक्षा दी थी।चर्चा है कि प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में आठ ब्रांच हैं।चर्चा है कि करीब 690 विद्यार्थियों ने कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल हुए थे। हालांकि जांच का विषय है।यह भी चर्चा रही कि विवि के रजिस्ट्रार एकेडमिक मैटर का कस्टोडियन होता है।ऐसे में इस मामले की जांच रजिस्ट्रार स्तर पर होनी चाहिए।हालांकि यह मामला विवि की जांच का है।
