पंतनगर। जनपद ऊधम सिंह नगर के नगर पालिका नगला क्षेत्र में अतिक्रमण से प्रभावित भूमि के स्वत्व निर्धारण एवं चिन्हीकरण के लिए शासन स्तर पर एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है।समिति में कुमाऊं मण्डल के आयुक्त नैनीताल को अध्यक्ष नामित किया गया है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ऊधम सिंह नगर, प्रभागीय वनाधिकारी ऊधम सिंह नगर तथा अधीक्षण अभियंता चतुर्थ वृत्त, लोक निर्माण विभाग के सदस्य हैं।मंडलायुक्त दीपक रावत ने टीम के साथ मंगलवार को नगला क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अतिक्रमण प्रभावित क्षेत्रों का परीक्षण कर उपलब्ध तथ्यों और अभिलेखों का संज्ञान लिया गया। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा है कि नगर पालिका नगला क्षेत्र में भूमि से संबंधित सभी विवादों को त्वरित और पारदर्शी तरीके से निस्तारित किया जाए। कहा कि यह प्रकाश में आया है कि कुछ भूमि वन विभाग की, लोनिवि की सड़क है।यह भी प्रकाश में आया है कि कभी तराई स्टेट फार्म के नाम पर कोई जमीन रही होगी।बताया कि वर्ष,1960 के आसपास लोनिवि ने कुछ चालान की कार्रवाई भी की है जिसमे यह स्पष्ट है कि उस समय सड़क रही होगी। उसके मध्य बिंदु से दोनों तरफ 50-50 फिट सड़क को माना गया है।ऐसे कई नोटिस है, जो वैधानिक है।बताया कि निरीक्षण के बाद यह तय किया गया है कि उन नोटिसों के आधार पर उस समय जो भी सड़क की चौड़ाई रही होगी। उसमें मध्य रेखा के हिसाब से दोनों तरफ 50-50 फीट चिन्हित कर लेंगे। उसके अंतर्गत जो भी निर्माण जद में आते हैं, उनको निश्चित रूप से अतिक्रमण माना जाएगा।अतिक्रमणकारियों से अनुरोध किया जाएगा कि अतिक्रमण स्वतः हटा लें। यदि और अधिक एवं विस्तृत रूप से सर्वे की आवश्यकता होती है तो सर्वे ऑफ इंडिया से भी सर्वे कराएंगे।जिससे इस प्रश्न का हल निकल सके कि वन विभाग की सीमा कहां तक है। उन्होंने बताया कि चूंकि त्यौहारों का सीजन चल रहा है।इसे दृष्टिगत इस कार्रवाई त्योहारों के बाद करें। उन्होंने लोनिवि अधिकारियों को निर्देश दिए कि त्योहारों के बाद चिन्हीकरण करें। उसके बाद सर्वे ऑफ इंडिया से भी सर्वे कराया जाएगा। इस मौके पर जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, प्रभागीय वनाधिकारी यू सी तिवारी, अपर जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्र, उपजिलाधिकारी मनीष बिष्ट, गौरव पांडेय, अध्यक्ष नगर पालिका नगला सचिन शुक्ला, तहसीलदार गिरीश त्रिपाठी, पूर्व विधायक राजेश शुक्ला आदि मौजूद थे।