जानें,स्वयंसेवकों ने कहां पर खंडित व त्याज्य देव प्रतिमाओं का विसर्जन
रुद्रपुर।राघव शाखा दयानंद उपनगर विजय लक्ष्मी बस्ती के स्वयंसेवकों ने अपनी संघ शाखा के बाद सफाई अभियान चलाया। गंगापुर रोड, श्री गोल्ज्यू मंदिर के सामने सड़क किनारे पाखड़ के पेड़ के नीचे कुछ लोगों द्वारा अपने घरों में स्थापित देव प्रतिमाओं के खंडित होने ओर प्रतिवर्ष बदली जाने वाली मिट्टी की हिन्दू देवी देवताओं की प्रतिमाओं को, सनातन धर्म के देव चित्रों को उस पेड़ के नीचे यूं ही त्याज्य वस्तु समझ कर लंबे समय से छोड़ दिया जा रहा था। जिस पर बेसहारा पशु तथा अराजक तत्वों द्वारा उन सनातन धर्म संस्कृति के मान बिंदुओं को ओर क्षतिग्रस्त तथा दूषित किया जा रहा था। यह देख राघव शाखा के स्वयंसेवकों ने स्वयं उन देव प्रतिमाओं ओर चित्रों को उचित स्थान पर ले जाकर जल में विसर्जित करने का निर्णय लिया।
इस निमित्त आज राघव शाखा के करीब चालीस स्वयं सेवक पाखड़ के पेड़ के नीचे स्वच्छता अभियान चलाया।साथ ही सभी प्रतिमाओं ओर चित्रों को सम्मान सहित श्री हनुमान चालीसा करते हुए बहते जल में विसर्जित किया।कागज से बने देवताओं के चित्रों को अग्नि भस्म कर जल में प्रवाहित कर दिया।साथ ही सड़क से निकलने वाले सनातन धर्म के मानने, जानने वालों से फिर से इस स्थान पर या कहीं भी इस तरह अपने देव प्रतिमाओं,चित्रों को असुरक्षित तथा अपमानजनक स्थिति में फेंकने छोड़ने को मना करते हुए आग्रह किया कि हमें शादी विवाह के कार्ड और पैकिंग पैकेट या लिफाफे पर अपनी देवी देवताओं के चित्रों को नहीं छापना चाहिए। कोशिश रहनी चाहिए कि सर्वप्रथम धातु से निर्मित देव प्रतिमाओं को या मिट्टी से बनी प्रतिमाओं को ही अपने पूजा स्थलों में स्थापित करना चाहिए।पूजा के बाद मिट्टी से बनी प्रतिमाओं को सम्मान सहित जल प्रवाह करना चाहिए। प्लास्टिक ,कांच इत्यादि अपशिष्ट प्रदार्थों से निर्मित देव प्रतिमाओं को नहीं खरीदना चाहिए।
जन जागरण अभियान चलाकर अपने घरों में संस्कारित वातावरण निर्माण करने हेतु जागृत किया।इस मौके पर आदित्य चौबे, संजय सिंह , मुकुल उप्रेती, अनुपम पाल लाखन सिंह, डॉक्टर हेमंत सिंह, सूर्यमणि मिश्रा, राजेंद्र, किशन मिश्रा, सुनील पाल,किशन शर्मा, प्रभाकांत दुबे, शिव दुबे, रुद्र , आशीष, ऋषभ, अभिजीत, राहुल, महेंद्र, सुरेश, मनीष आदि स्वयं सेवक मौजूद थे।





