जानें,चंपावत में बीट आवंटन के लिए क्यों बनी समिति
चंपावत।जिले की नदियों, झीलों और तालाबों में फिशिंग बीट निर्माण एवं संचालन की प्रक्रिया को व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए जिलाधिकारी सख्त हो गए हैं।डीएम की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन किया है। बीट का निर्माण केवल शासन के नियमों और अनुमोदन के अनुसार ही किया जा सकता है। व्यक्तिगत अथवा अनधिकृत रूप से किसी भी प्रकार का बीट निर्माण पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। बताया कि गठित समिति का कार्य बीटों के आवंटन, सत्यापन और संचालन प्रक्रिया की निगरानी करना है। साथ ही समिति आवेदनकर्ताओं को आवश्यक मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करेगी।जिससे मछली पालन गतिविधियां पारदर्शिता और कुशलता के साथ संचालित हों। इस पहल का उद्देश्य पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखना, जल स्रोतों की शुद्धता सुनिश्चित करना और मछली पालन की गतिविधियों में शासन द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करना है। उन्होंने जनपदवासियों से किसी भी अवैध बीट निर्माण से बचने और आवश्यक जानकारी एवं मार्गदर्शन के लिए संबंधित अधिकारी अथवा समिति से संपर्क करने की अपील की है।इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी डॉक्टर जीएस खाती, जिला विकास अधिकारी दिनेश सिंह दिगारी, जनपद मत्स्य प्रभारी त्रिभुवन मौर्य आदि मौजूद थे।




