किसानों का पसीना ही हमारी ताकत: सीएम धामी
पंतनगर। राज्य के रजत जयंती उत्सव पर पंत विवि में आयोजित किसान सम्मेलन का शुभारम्भ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कृषि, उद्यान, दुग्ध, मत्स्य, सहकारिता के प्रगतिशील कृषक बन्धुओं व लखपति दीदीयों को मुख्यमंत्री द्वारा प्रतीक चिन्ह, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।सीएम ने कहा कि आप सभी किसान भाइयों का परिश्रम और त्याग ही हमारी सच्ची पूंजी है और आपका पसीना ही हमारी ताकत है। उन्होंने उत्तराखंड निर्माण के सपने को साकार करने में अपना योगदान देने वाले और बीते 25 वर्षों में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने में अपना अतुलनीय योगदान देने वाले किसानो को नमन किया। यह सम्मेलन केवल कृषि संबंधी योजनाओं की चर्चा के लिए एक आम कार्यकम नहीं है, बल्कि उत्तराखंड के हमारे सभी किसान भाइयों और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का भी अवसर है। किसानों के सशक्तिकरण के बिना राष्ट्र का सशक्तिकरण अधूरा है।माटी से ये जुड़ाव मुझे सदैव मेरे अस्तित्व, मेरे वांछित कर्म और मेरे कर्तव्य का बोध कराता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा हमेशा से किसान हितैषी रही है और वर्ष 2014 के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों का जितना सशक्तिकरण हुआ है,वह अभूतपूर्व है। आज जहां एक ओर सभी प्रमुख फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य में अभूतपूर्व वृद्धि कर किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य प्रदान किया जा रहा है।हमने किसानों की आय बढ़ाने के लिए
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पॉलीहाउस के निर्माण के लिए 200 करोड़ रु का प्रावधान भी किया है। उन्होंने किसानों के लिए संचालित योजनाएं गिनाईं। सीएम धामी ने कहा कि हम किसानों की उपज की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए ग्रेडिंग-सॉर्टिंग यूनिट के निर्माण के लिए भी अनुदान प्रदान कर रहे हैं। प्रदेश में 50 से अधिक मशरूम इकाइयां, 30 से अधिक मौनपालन, 30 कोल्ड चेन, 18 कोल्ड स्टोरेज, 5 सीए. स्टोरेज, 128 बड़ी खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां 1030 सूक्ष्म खाद्य उद्यम और 2 मेगा फूड पार्क स्थापित हैं।सरकार के प्रयासों से फलों की उत्पादकता में ढाई गुना वृद्धि हुई है, जो पहले 1.82 मैट्रिक टन प्रति हैक्टेयर थी, वह अब 4.52 मैट्रिक टन हो गई है। मशरूम उत्पादन में आज उत्तराखण्ड देश में पांचवें स्थान पर है। बागवानी के समग्र विकास हेतु जापान सहयोगित उत्तराखण्ड एकीकृत औद्यानिक विकास परियोजना के तहत 526 करोड़ रुपये की बाह्य सहायतित परियोजना टिहरी, उत्तरकाशी, नैनीताल और पिथौरागढ़ जनपदों में लागू की जा रही है। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि आइए, हम सभी मिलकर उत्तराखंड को समृद्ध, आत्मनिर्भर और आधुनिक कृषि राज्य बनाएं। किसान हमारे अन्नदाता हैं, किसान मजबूत होगा तो देश मजबूत होगा।




