उत्कृष्ट कार्य करने वाले डा.तिवारी सहित ग्यारह लोग सीएम के हाथों हुए सम्मानित
रुद्रपुर। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, तराई क्षेत्र के संस्थापक पंडित राम सुमेर शुक्ल जी की 47 वीं पुण्यतिथि पर रुद्रपुर राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रांगण में आयोजित स्मृति समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। उन्होंने स्वर्गीय पंडित राम सुमेर शुक्ल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी व उनके जीवन परिचय की शिलापट्ट का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिला अस्पताल के जाने माने वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर एमके तिवारी सहित 11 लोगों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने लालपुर-नगला मोटरमार्ग से अम्बेडकर कॉलोनी तक सड़क मार्ग का डामरीकरण, किच्छा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उच्चीकरण कर उप जिला चिकित्सालय बनाए जाने, पंडित राम सुमेर शुक्ल राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में आगामी सत्र से इंटरमीडिएट की कक्षाएं प्रारम्भ करने व स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव में ब्लॉक प्रमुखों के प्रस्ताव के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा सेनानी भवन बनाये जाने की घोषणा की।उन्होंने कहा कि हम सब एक ऐसे महामानव की स्मृति में एकत्र हुए हैं, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन राष्ट्रसेवा, जनसेवा और समाज के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया। पंडित राम सुमेर शुक्ल जी में अध्ययन करने के दौरान ही राष्ट्र के प्रति समर्पण की प्रखर भावना विकसित हो चुकी थी। उन्होंने 1936 में लाहौर में हुए अधिवेशन में मात्र 21 वर्ष की आयु में मोहम्मद अली जिन्ना के द्विराष्ट्रवाद सिद्धांत का खुले मंच से विरोध कर पूरे देश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। इतनी कम उम्र में अपने साहस, स्पष्टता और राष्ट्रवादी विचारधारा से वे एक छात्र नेता से देश के नवयुवकों की आवाज बन गए। उन्होंने तराई कॉलोनाइजेशन योजना के अध्यक्ष रहते हुए तराई क्षेत्र के विकास में अतुलनीय योगदान दिया।
कार्यक्रम संयोजक पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने सभी अतिथियों का स्वागत व अभिनंदन करते हुए कहा कि भारतरत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत जी के नेतृत्व में पंडित रामसुमेर शुक्ल ने तराई को बसाने का कार्य
किया।





