रीठा साहिब दरबार में राज्यपाल ने टेका मत्था
चम्पावत। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) बुधवार को चम्पावत पहुंचकर सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी के (प्रकाश पर्व) के पावन पर प्रसिद्ध सिख तीर्थ स्थल गुरुद्वारा श्री रीठा साहिब में दरबार साहिब में मत्था टेका और देश तथा प्रदेशवासियों की सुख-शांति, समृद्धि एवं खुशहाली की प्रार्थना की।
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रीठा साहिब आगमन पर जिलाधिकारी मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति और मुख्य विकास अधिकारी डॉ जीएस खाती ने राज्यपाल का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। पुलिस बल ने राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।राज्यपाल ने कहा कि गुरु नानक देव जी के प्रश्न पर्व र रीठा साहिब की पवित्र धरती पर पहुंचना उनके लिए सौभाग्य और प्रेरणादायक क्षण है। “गुरु नानक देव जी के चरणों की यह भूमि दिव्यता और आत्मिक शांति से परिपूर्ण है।यहां आकर मन को अलौकिक शांति की अनुभूति होती है। यह तीर्थस्थल न केवल सिख धर्म के अनुयायियों के लिए, बल्कि समूची मानवता के लिए एक आध्यात्मिक प्रेरणा केंद्र है।राज्यपाल ने कहा कि गुरु नानक देव जी ने अपने उपदेशों के माध्यम से मानवता, समानता और सेवा का जो संदेश दिया, वह आज भी समाज को प्रकाशमान कर रहा है। कहा कि “नाम जपो, किरत करो और वंड छको” का उनका सिद्धांत मानव जीवन का आधार है, जो सत्य, ईमानदारी, परिश्रम और परस्पर सहयोग का प्रतीक है। देवभूमि उत्तराखंड सिख धर्म के पवित्र तीर्थ स्थलों से सुसज्जित है, और रीठा साहिब उनमें प्रमुख स्थान रखता है। गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं न केवल सिख समाज के लिए बल्कि सम्पूर्ण मानवता के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनके जीवन से हमें प्रेम, सहिष्णुता, समरसता और भाईचारे की प्रेरणा मिलती है।दर्शन और अरदास के बाद राज्यपाल ने गुरुद्वारे परिसर में आयोजित लंगर में सम्मिलित होकर लंगर प्रसाद ग्रहण किया।
राज्यपाल ने उपस्थित संगत से संवाद किया और प्रदेश में सामाजिक सौहार्द, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की।
कार्यक्रम के दौरान बाबा श्याम सिंह (प्रबंधक), अजीत पाल सिंह, हरबिन्दर सिंह, सरदार मलकीत सिंह, दिलबाग सिंह बग्गा, मन्दीप सिंह, रणजीत सिंह, सोनू बोहरा (जिला पंचायत सदस्य) आदि मौजूद थे।




