उत्तराखंड की संपदा ने किया विश्व में नाम रोशन
पंतनगर।पंत विवि के शिक्षक की बेटी संपदा तिवारी आरएएन पब्लिक स्कूल की कक्षा 12 की छात्रा हैं।उसने सिर्फ 16 वर्ष की आयु में भारत की सबसे युवा यूनीसेफ फोरसाइट फेलो बनकर इतिहास रच दिया है। वह दो से पांच नवम्बर तक नैरोबी (केन्या) में आयोजित यूनीसेफ इनोचेंटी की “लीडिंग माइंड्स कॉन्फ़्रेंस 2025” में भारत का प्रतिनिधित्व किया। यह सम्मेलन शिक्षा और युवा नीतियों पर यूनीसेफ के सबसे प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजनों में से एक माना जाता है। इस प्रतिष्ठित फेलोशिप को प्राप्त करने वाली सबसे कम उम्र की एवं पहली भारतीय बनीं। उनका शोध कार्य भारत की किशोर लड़कियों को शिक्षा प्रणाली में आने वाली चुनौतियों पर आधारित है, विशेषकर डिजिटल असमानता और संसाधनों की कमी से जूझ रहे वर्गों पर विषय पर उनके विचारों और सुझावों ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की युवा सोच को एक नई पहचान दी। संपदा के पिता डॉ. भास्कर तिवारी पंत विवि में सह निदेशक (शारीरिक शिक्षा) हैं, जबकि माता डॉ. रश्मि तिवारी, कृषि महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापिका हैं। संपदा का एक छोटा भाई भी है।




